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2025 में बच्चों के लिए 7 आवश्यक टीकाकरण

सूचना पढ़े : यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है और किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

2025 में बच्चों के लिए टीकाकरण बेहद महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि यह उन्हें विभिन्न संक्रामक बीमारियों से बचाने का एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। भारत में, बच्चों के लिए टीकाकरण कार्यक्रमों में लगातार सुधार हो रहा है, और 2025 में कई नए टीके और उनकी योजनाएं लागू की जा सकती हैं। बच्चों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए, निम्नलिखित 7 आवश्यक टीकाकरणों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए:

1. BCG (बेसिलस कैलमेट-ग्यूरिन) टीका: यह टीका तपेदिक (TB) से बचाव के लिए दिया जाता है। यह नवजात शिशुओं को तपेदिक जैसी गंभीर बीमारी से बचाता है। BCG टीका जन्म के बाद पहले महीने में दिया जाता है और यह बच्चों में TB संक्रमण के खतरे को कम करता है।

2. डिप्थीरिया, टेटनस और पर्टसिस (DTP) टीका: यह संयोजित टीका बच्चों को तीन प्रमुख बीमारियों से बचाता है—डिप्थीरिया, टेटनस और पर्टसिस (whooping cough)। यह टीका 6 सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह के आसपास दिया जाता है। इन बीमारियों से बचाव के लिए यह टीका बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये बीमारियां शिशुओं के लिए खतरनाक हो सकती हैं।

3. पोलियो (IPV) टीका: पोलियो से बचाव के लिए यह टीका दिया जाता है। यह बच्चों के लिए आवश्यक है क्योंकि पोलियो वायरस की वजह से लकवा या शारीरिक विकलांगता हो सकती है। पोलियो टीका बच्चों को 6 सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह में दिया जाता है, और इसके बाद बूस्टर डोज़ भी दी जाती है।

4. हेपेटाइटिस B टीका: यह टीका बच्चों को हेपेटाइटिस B वायरस से बचाता है, जो जिगर की गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। यह टीका जन्म के समय दिया जाता है और फिर 6, 10 और 14 सप्ताह के दौरान इसकी डोज़ दी जाती है।

5. हेपेटाइटिस A टीका: हेपेटाइटिस A वायरस के कारण यकृत में सूजन हो सकती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यह टीका बच्चों को 1 वर्ष की उम्र के बाद दिया जाता है और इसके बाद एक बूस्टर डोज़ भी दी जाती है। यह टीका बच्चों को इस संक्रमण से बचाता है, जो अधिकतर दूषित पानी और भोजन से फैलता है।

6. न्यूमोकॉकल टीका (PCV): यह टीका न्यूमोकॉकस बैक्टीरिया से बचाव करता है, जो बच्चों में निमोनिया, मेनिन्जाइटिस और अन्य गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है। यह टीका बच्चों को 6, 10 और 14 सप्ताह के दौरान दिया जाता है, और इससे बच्चों को श्वसन संबंधित बीमारियों से सुरक्षा मिलती है।

7. रोटावायरस टीका: यह टीका बच्चों को रोटावायरस संक्रमण से बचाता है, जो दस्त और dehydration का कारण बनता है। रोटावायरस से बच्चों को बचाने के लिए यह टीका 6, 10 और 14 सप्ताह की उम्र में दिया जाता है, और यह बच्चों के पाचन तंत्र को सुरक्षित रखने में मदद करता है।

इन 7 आवश्यक टीकों के साथ, बच्चों को 2025 में कई अन्य टीके और बूस्टर डोज़ भी दिए जा सकते हैं, जो उन्हें संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए महत्वपूर्ण होंगे। टीकाकरण से बच्चों का स्वास्थ्य मजबूत होता है, और यह उनके जीवन को बचाने के साथ-साथ उन्हें दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाता है।

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